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संविदा की रोक

Templates7 documents available

‘संविदा की रोक’ निर्देशिका: भूल/कपट पर अनुबंध रद्द (rescission) और अग्रिम धन वसूली के वाद, निर्माण में दोषपूर्ण कर्मकौशल पर क्षतिपूर्ति, सामान्य/गैर‑सामान्य वाहक व रेलवे के विरुद्ध माल हानि/विलंब/अधिक प्रभार से जुड़े दावे—हिंदी ड्राफ्ट्स सहित.

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Quick Overview

‘संविदा की रोक’ सेट में अनुबंध रद्दकरण/रिफंड, निर्माण दोष क्षतिपूर्ति, और वाहक/रेलवे दावों के लिए व्यावहारिक हिंदी वाद‑प्रारूप हैं—कपट/भूल/उल्लंघन के मामलों में rescission और restitution, तथा माल हानि/विलंब/अधिक प्रभार पर क्षति/रिफंड की प्रभावी pleadings तैयार करने हेतु.

All templates are provided for reference and should be reviewed by legal professionals before use.

Frequently Asked Questions

Common questions about संविदा की रोक legal templates

‘संविदा की रोक’ में कौन‑कौन से ड्राफ्ट शामिल हैं?

अग्रिम धन की वसूली व भूल (mistake) के आधार पर अनुबंध रद्दकरण का वाद, कपट (fraud) के आधार पर संविदा की रोक (rescission), दोषपूर्ण निर्माण कार्य पर क्षतिपूर्ति, गैर‑सामान्य वाहक के विरुद्ध क्षति वाद, सामान्य वाहक द्वारा परिवहनित माल की हानि/क्षति का वाद, रेलवे द्वारा अधिक प्रभार की वापसी का वाद, और विलंबित परिदान पर रेलवे के विरुद्ध क्षतिपूर्ति वाद।

‘संविदा की रोक’ (rescission) किन आधारों पर मांगी जाती है?

कपट/भ्रामक प्रस्तुति, भूल (एकपक्षीय/द्विपक्षीय) के कारण सहमति का दोष, अनुचित प्रभाव, कानून के प्रतिकूल उद्देश्य, या मूलभूत शर्त का उल्लंघन—ऐसे में अनुबंध निरस्त कर restitutio (जो मिला, लौटा) और अग्रिम/प्रतिफल की वापसी मांगी जाती है.

अग्रिम राशि वसूली के वाद में क्या plead करें?

अनुबंध/आदेश विवरण, भुगतान का प्रमाण, प्रदर्शन विफलता/असम्भवता/रद्दकरण का आधार, कानूनी नोटिस/संवाद, मांगी गई राशि, ब्याज दर/प्रारंभ तिथि, और वैकल्पिक राहतें (घोषणा/स्थगन/हर्ज़ाना).

कपट के आधार पर रद्दकरण में कौन से साक्ष्य जरूरी हैं?

गलत बयान/छिपाव की सामग्री, ईमेल/पत्राचार/ब्रॉशर/प्रस्ताव, ड्यू‑डिलिजेंस रिपोर्ट/निरीक्षण, स्वतंत्र गवाह/विशेषज्ञ रिपोर्ट—और यह कि उसी पर भरोसा कर अनुबंध हुआ और क्षति हुई.

दोषपूर्ण निर्माण कार्य पर क्षतिपूर्ति कैसे मांगी जाती है?

कॉन्ट्रैक्ट/BOQ/ड्रॉइंग्स, कार्य स्वीकृति/साइट रिकॉर्ड, इंजीनियर/स्टруктरल रिपोर्ट, मरम्मत का अनुमान/बिल, समय विलंब व उपयोग‑हानि का विवरण, वारंटी/डिफेक्ट‑लायबिलिटी क्लॉज़ का हवाला देकर.

गैर‑सामान्य बनाम सामान्य वाहक के खिलाफ दावे में क्या अंतर है?

सामान्य वाहक (Carriers Act) पर सख्त जिम्मेदारी के सिद्धांत लागू होते हैं; गैर‑सामान्य वाहक पर अनुबंध/लापरवाही के प्रमाण के आधार पर दायित्व ठहराया जाता है; कन्साइनमेंट नोट, L/R, सील/वजन रिकॉर्ड महत्त्वपूर्ण हैं.

रेलवे के विरुद्ध अधिक प्रभार/विलंब दावे के तत्व क्या हैं?

फ्रेट कैलकुलेशन/रेट चार्ट, आरसीटीएस/रसीदें, अधिक वसूली का तुलनात्मक विवरण, दावा/रिफंड अनुरोध और उसका निस्तारण; विलंब में बुकिंग/प्रेषण/डिलीवरी तिथियाँ, कारण, और परिणामी नुकसान का प्रमाण.

लिमिटेशन और नोटिस आवश्यकताएँ क्या होंगी?

अनुबंध/हर्ज़ाने के दावों में सामान्यतः 3 वर्ष; वाहक/रेलवे दावों में वैधानिक नोटिस/समयसीमा लागू हो सकती हैं; ड्राफ्ट में नोटिस सेवा/दिनांक और विलंब‑क्षमा (यदि जरूरत) शामिल करें.

राहत कैसे संरचित करें?

मुख्य राहत: रद्दकरण/रिफंड/हर्ज़ाना; वैकल्पिक: मूल्य घटाव, विशिष्ट निषेधाज्ञा, ब्याज/खर्च; अंतरिम: स्थिति‑क्वो/स्टे, सुरक्षा जमा, रिकॉर्ड/स्टॉक संरक्षित रखने के आदेश.

ड्राफ्टिंग के उपयोगी टिप्स?

तिथिवार घटनाक्रम, अनुबंध/परिवहन दस्तावेजों की क्रमांकित प्रतियाँ, राशि व ब्याज का स्पष्ट कैलकुलेशन, अधिकार‑क्षेत्र/मूल्यांकन सही, और सभी पक्षकार/बीमाकर्ता (जहाँ प्रासंगिक) को पक्षकार बनाएं.