Logo
Court Book - India Code App - Play Store

advertisement

दिल्ली हाईकोर्ट ने DSSSB रोल नंबर बबलिंग विवाद पर अलग-अलग फैसला सुनाया

Shivam Yadav

दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड एवं अन्य बनाम निहारिका पुगन - दिल्ली हाईकोर्ट ने डीएसएसएसबी परीक्षा रोल नंबर गलती पर अलग-अलग फैसला दिया, एक उम्मीदवार को राहत मिली, दूसरी की याचिका खारिज हुई।

दिल्ली हाईकोर्ट ने DSSSB रोल नंबर बबलिंग विवाद पर अलग-अलग फैसला सुनाया

दिल्ली हाईकोर्ट ने दो रिट याचिकाओं पर अलग-अलग आदेश दिया है, जिनमें उम्मीदवारों को दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB) ने केवल रोल नंबर गलत "बबल" करने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया था। न्यायमूर्ति नवीन चावला और न्यायमूर्ति मधु जैन ने 21 अगस्त 2025 को दिए गए अपने साझा फैसले में स्थिति के आधार पर अलग निष्कर्ष निकाले।

Read in English

पृष्ठभूमि: ओएमआर शीट पर बबलिंग की दिक्कत

ये मामले 2017 में सरकारी अध्यापकों की भर्ती परीक्षाओं से जुड़े हैं। सैकड़ों उम्मीदवारों को इस वजह से बाहर कर दिया गया कि उन्होंने अपने रोल नंबर का एक अंक गलत बबल कर दिया, जबकि नंबर अंकों में सही लिखा था। DSSSB ने इस तकनीकी गलती के आधार पर मूल्यांकन से ही इनकार कर दिया।

एक याचिका निहारिका पुगन (W.P.(C) 17595/2024) ने दाखिल की थी, जिन्होंने शारीरिक शिक्षा शिक्षक पद के लिए आवेदन किया था। दूसरी याचिका कुसुम गुप्ता (W.P.(C) 1282/2025) की थी, जिन्होंने टीजीटी विशेष शिक्षा शिक्षक के लिए आवेदन किया था।

अदालत ने दोनों मामलों में बड़ा फर्क बताया। गुप्ता के मामले में DSSSB ने उनकी OMR शीट पहले ही जांच ली थी, उन्हें सफल घोषित भी किया और दस्तावेज़ अपलोड करने को कहा। लेकिन बाद में अचानक रोल नंबर बबलिंग गलती का हवाला देकर परिणाम रद्द कर दिया। इस पर अदालत ने कहा, “जब उत्तरपुस्तिका की जाँच हो चुकी और उम्मीदवार सफल घोषित हो चुका, तब एक छोटी गलती के आधार पर उसे चयन का लाभ नहीं छीन सकते।"

Read also:- राजस्थान हाईकोर्ट ने पुलिस कांस्टेबल के पक्ष में फैसला सुनाया, गलत हिरासत अवधि के लिए पूर्ण वेतन का आदेश दिया

न्यायाधीशों ने DSSSB को आठ हफ्ते के भीतर उन्हें नियुक्ति पत्र देने का आदेश दिया और कहा कि उन्हें वरिष्ठता के हिसाब से लाभ मिलेगा, लेकिन पिछला वेतन नहीं मिलेगा।

वहीं पुगन का मामला अलग निकला। उनकी OMR शीट को शुरू से ही गलत बबलिंग के कारण जांचा ही नहीं गया था। अदालत ने माना कि सालों बाद परिणाम फिर से खोलना और उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन करना “नए विवाद खड़ा करेगा।” इसलिए राहत नहीं दी गई।

परीक्षाओं के लिए व्यापक संदेश

यह फैसला भारतीय प्रतियोगी परीक्षाओं में बार-बार उठने वाली उस समस्या को उजागर करता है, जहां छोटी तकनीकी गलतियों के कारण बड़ी संख्या में उम्मीदवार बाहर हो जाते हैं। DSSSB ने माना कि केवल एक परीक्षा में ही 160 से अधिक उम्मीदवारों को रोल नंबर बबलिंग की गलती से अयोग्य किया गया।

Read also:- कर्नाटक उच्च न्यायालय ने माँ की देखभाल के लिए कैदी को पैरोल की अनुमति दी, राज्य की आपत्ति को खारिज किया

कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि अदालतें मनमाने तरीके से हुई गलतियों को सही करती हैं, लेकिन वे पूरी भर्ती प्रक्रिया में खलल डालने से बचती हैं। जैसा कि पीठ ने कहा, “परीक्षा मूल्यांकन में सहानुभूति नियम-कानून की जगह नहीं ले सकती।”

हजारों अभ्यर्थियों के लिए यह साफ संदेश है कि छोटी गलतियों को कभी-कभी माफ किया जा सकता है, लेकिन परीक्षा के निर्देशों का सख्ती से पालन बेहद ज़रूरी है।

 केस शीर्षक: दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड एवं अन्य बनाम निहारिका पुगन

मामला संख्या: W.P.(C) 17595/2024 एवं CM APPL. 74873/2024

Advertisment

Recommended Posts

उड़ीसा हाई कोर्ट ने शिक्षक के स्थानांतरण और सेवा शिकायत पर समय पर निर्णय का निर्देश दिया

उड़ीसा हाई कोर्ट ने शिक्षक के स्थानांतरण और सेवा शिकायत पर समय पर निर्णय का निर्देश दिया

20 Aug 2025 4:13 PM
सुप्रीम कोर्ट ने ट्रस्ट विवाद डिक्री बहाल की, पक्षों को रुख बदलने पर फटकार

सुप्रीम कोर्ट ने ट्रस्ट विवाद डिक्री बहाल की, पक्षों को रुख बदलने पर फटकार

15 Aug 2025 1:20 PM
सुप्रीम कोर्ट ने बैंक ऑफ बड़ौदा की बर्खास्तगी रद्द की: प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों को दी मजबूती

सुप्रीम कोर्ट ने बैंक ऑफ बड़ौदा की बर्खास्तगी रद्द की: प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों को दी मजबूती

19 Aug 2025 4:44 PM
मद्रास उच्च न्यायालय ने शादी के दो महीने के भीतर दुल्हन की आत्महत्या के मामले में पति और ससुराल वालों को जमानत दी

मद्रास उच्च न्यायालय ने शादी के दो महीने के भीतर दुल्हन की आत्महत्या के मामले में पति और ससुराल वालों को जमानत दी

22 Aug 2025 11:55 AM
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की अजीमेरा श्याम की याचिका, कोवा लक्ष्मी का चुनाव बरकरार

सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की अजीमेरा श्याम की याचिका, कोवा लक्ष्मी का चुनाव बरकरार

19 Aug 2025 9:50 AM
सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने बॉम्बे हाईकोर्ट के लिए 14 नए जजों के नाम मंज़ूर किए

सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने बॉम्बे हाईकोर्ट के लिए 14 नए जजों के नाम मंज़ूर किए

20 Aug 2025 10:49 AM
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने आत्महत्या उकसाने के मामले में BNS 2023 की धारा 108 के तहत दर्ज FIR रद्द की

कर्नाटक उच्च न्यायालय ने आत्महत्या उकसाने के मामले में BNS 2023 की धारा 108 के तहत दर्ज FIR रद्द की

13 Aug 2025 5:02 PM
शिशु हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नीलम कुमारी को बरी किया, कमजोर सबूत और मकसद की कमी का हवाला दिया

शिशु हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नीलम कुमारी को बरी किया, कमजोर सबूत और मकसद की कमी का हवाला दिया

21 Aug 2025 11:01 PM
गंभीर मारपीट मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने पूर्व-गिरफ्तारी जमानत से इनकार किया, पीड़ित की गंभीर चोटों का हवाला दिया

गंभीर मारपीट मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने पूर्व-गिरफ्तारी जमानत से इनकार किया, पीड़ित की गंभीर चोटों का हवाला दिया

20 Aug 2025 5:28 PM
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने विकलांग NEET उम्मीदवारों के आरक्षण के अधिकार को बरकरार रखा, UDID ​​प्रमाणपत्र को मेडिकल बोर्ड पर प्राथमिकता दी

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने विकलांग NEET उम्मीदवारों के आरक्षण के अधिकार को बरकरार रखा, UDID ​​प्रमाणपत्र को मेडिकल बोर्ड पर प्राथमिकता दी

21 Aug 2025 11:20 AM