Logo
Court Book - India Code App - Play Store

advertisement

इलाहाबाद हाईकोर्ट: ज़मानत पर रिहा आरोपी को शादी या सैर-सपाटे के लिए विदेश यात्रा का कोई अधिकार नहीं

Vivek G.

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि ज़मानत पर रिहा आरोपी को केवल किसी रिश्तेदार की शादी में शामिल होने या सैर-सपाटे के लिए विदेश जाने का कोई स्वाभाविक अधिकार नहीं है, ऐसे अनुरोध आवश्यक नहीं माने जा सकते।

इलाहाबाद हाईकोर्ट: ज़मानत पर रिहा आरोपी को शादी या सैर-सपाटे के लिए विदेश यात्रा का कोई अधिकार नहीं

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि ज़मानत पर रिहा कोई भी आरोपी महज़ किसी रिश्तेदार की शादी में शामिल होने या छुट्टियाँ मनाने जैसे गैर-जरूरी कारणों से विदेश जाने का स्वाभाविक अधिकार नहीं रखता।

न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी ने आरोपी आदित्य मूर्ति की याचिका खारिज करते हुए यह बात कही और ज़ोर दिया कि ऐसी विदेश यात्रा केवल तब ही मंजूर की जा सकती है जब कारण अत्यंत आवश्यक और जरूरी हो।

Read Also:- सुप्रीम कोर्ट: अगर कानून अपने उद्देश्य पूरे नहीं कर रहा तो न्यायपालिका कार्यपालिका को समीक्षा और ऑडिट का निर्देश दे

“एक आरोपी जिसे ज़मानत पर रिहा किया गया है, उसे विदेश यात्रा की अनुमति केवल अत्यावश्यक कारणों जैसे चिकित्सा उपचार या अनिवार्य आधिकारिक कार्यों के लिए दी जा सकती है… किसी विदेशी देश में रिश्तेदार की शादी और दूसरे देश में सैर-सपाटा जैसे कारण किसी भी स्थिति में ज़मानत पर चल रहे आरोपी के लिए आवश्यक नहीं माने जा सकते,” कोर्ट ने कहा।

मूर्ति, जिन पर भारतीय दंड संहिता (IPC) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कई धाराओं में मामला दर्ज है, ने स्पेशल सीबीआई जज लखनऊ के उस आदेश को चुनौती दी थी जिसमें उन्हें अमेरिका जाकर अपने पिता की बहन के पोते की शादी में शामिल होने और फिर पेरिस व नीस (फ्रांस) घूमने की अनुमति से इनकार कर दिया गया था।

विशेष न्यायाधीश ने इस आधार पर याचिका खारिज की थी कि मामले की निगरानी स्वयं हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट कर रहे हैं और ऐसे में यदि उन्हें विदेश जाने की अनुमति दी गई, तो इससे मुकदमे के निपटारे में अनावश्यक देरी हो सकती है।

Read Also:- केरल हाईकोर्ट ने KHCAA अध्यक्ष यशवंत शेनॉय के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई जारी रखने के लिए राज्य बार काउंसिल को दी अनुमति

मूर्ति के वकील ने दलील दी कि आरोपी पिछले 15 वर्षों से मुकदमे में सहयोग कर रहे हैं और महज़ 22 दिनों की अनुपस्थिति से कोई विशेष फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पहले भी कई बार उन्हें विदेश यात्रा की अनुमति दी गई थी और वह हर बार लौटे हैं।

हाईकोर्ट ने यह भी ध्यान में रखा कि यह मामला सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर शुरू हुआ था और ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही अब रक्षा साक्ष्य के चरण में पहुंच चुकी है। मूर्ति पर धारा 120-बी सहपठित 420 आईपीसी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(2) सहपठित धारा 13(1)(डी) के तहत आरोप तय किए गए हैं।

कोर्ट ने अपने पुराने फैसले जितेंद्र बनाम राज्य उत्तर प्रदेश (2022) का उल्लेख किया, जिसमें कहा गया था कि ज़मानत पर रिहा व्यक्ति न्यायालय की संरचनात्मक हिरासत में रहता है।

“इसलिए, अभियुक्त पूर्ण स्वतंत्रता का आनंद नहीं ले सकता और उसकी स्वतंत्रता पर युक्तिसंगत प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं, जिसमें देश से बाहर जाने पर प्रतिबंध भी शामिल है,” कोर्ट ने कहा।

Read Also:- दिल्ली हाईकोर्ट ने तिहाड़ जेल में कथित उगाही रैकेट की जांच के लिए सीबीआई को प्रारंभिक जांच का आदेश दिया

इन कानूनी तथ्यों और ट्रायल की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हाईकोर्ट ने कहा कि महज़ शादी में शामिल होने और सैर-सपाटे के लिए विदेश यात्रा का कोई अधिकार आरोपी को नहीं है।

अतः याचिका खारिज कर दी गई।

“जब ट्रायल रक्षा साक्ष्य के चरण में पहुंच चुका है, तब आवेदक को अमेरिका जाकर अपने रिश्तेदार की शादी में शामिल होने और फ्रांस में पारिवारिक सैर-सपाटे का आनंद लेने का अधिकार नहीं है,” कोर्ट ने स्पष्ट किया।

उपस्थिति

आवेदक के वकील: पूर्णेंदु चक्रवर्ती, अम्बरीश सिंह यादव, अमित जायसवाल ओजस लॉ, प्रांजल जैन

विपक्षी पक्ष के वकील: अनुराग कुमार सिंह

केस का शीर्षक - आदित्य मूर्ति बनाम केंद्रीय जांच ब्यूरो/भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एलकेओ 2025 (एबी) 159

Advertisment

Recommended Posts

ब्रेकिंग: हिरासत में सुनवाई के बाद मद्रास उच्च न्यायालय की इमारत से कूदने पर नाबालिग लड़की घायल

ब्रेकिंग: हिरासत में सुनवाई के बाद मद्रास उच्च न्यायालय की इमारत से कूदने पर नाबालिग लड़की घायल

13 Aug 2025 12:59 PM
बेंगलुरु फ्लाईओवर हादसे में दर्ज़ी को सुप्रीम कोर्ट से बढ़ा मुआवज़ा

बेंगलुरु फ्लाईओवर हादसे में दर्ज़ी को सुप्रीम कोर्ट से बढ़ा मुआवज़ा

8 Aug 2025 1:26 PM
मध्य प्रदेश हत्या मामले में सबूतों पर संदेह के कारण सुप्रीम कोर्ट ने बरी को बरकरार रखा

मध्य प्रदेश हत्या मामले में सबूतों पर संदेह के कारण सुप्रीम कोर्ट ने बरी को बरकरार रखा

12 Aug 2025 12:46 PM
मद्रास हाईकोर्ट ने भगवान कृष्ण फेसबुक पोस्ट मामले में एफआईआर बंद करने का आदेश रद्द किया, नई जांच के आदेश दिए

मद्रास हाईकोर्ट ने भगवान कृष्ण फेसबुक पोस्ट मामले में एफआईआर बंद करने का आदेश रद्द किया, नई जांच के आदेश दिए

11 Aug 2025 10:25 AM
सुप्रीम कोर्ट ने कहा – मालवाहक वाहन में सामान के साथ सफर करने वाले यात्री “अनुग्रह यात्री” नहीं, बीमा कंपनी देगी मुआवज़ा

सुप्रीम कोर्ट ने कहा – मालवाहक वाहन में सामान के साथ सफर करने वाले यात्री “अनुग्रह यात्री” नहीं, बीमा कंपनी देगी मुआवज़ा

9 Aug 2025 8:08 AM
संपत्ति विवाद मामले में कोलकाता उच्च न्यायालय द्वारा समझौते (सोलेनामा) के आधार पर डिक्री

संपत्ति विवाद मामले में कोलकाता उच्च न्यायालय द्वारा समझौते (सोलेनामा) के आधार पर डिक्री

11 Aug 2025 12:51 PM
SARFAESI अधिनियम के तहत उधारकर्ताओं के संरक्षण न्यायालयों द्वारा स्पष्ट किए गए कानूनी प्रावधान

SARFAESI अधिनियम के तहत उधारकर्ताओं के संरक्षण न्यायालयों द्वारा स्पष्ट किए गए कानूनी प्रावधान

13 Aug 2025 7:45 PM
दिल्ली उच्च न्यायालय ने पड़ोसी विवाद मामले में याचिकाकर्ता को पुलिस सुरक्षा देने का निर्देश दिया

दिल्ली उच्च न्यायालय ने पड़ोसी विवाद मामले में याचिकाकर्ता को पुलिस सुरक्षा देने का निर्देश दिया

13 Aug 2025 4:12 PM
आर्मर सिक्योरिटी की CGST समन चुनौती सुप्रीम कोर्ट ने की खारिज

आर्मर सिक्योरिटी की CGST समन चुनौती सुप्रीम कोर्ट ने की खारिज

15 Aug 2025 10:45 AM
पासपोर्ट रिश्वत मामले में दिवंगत क्लर्क बरी, सुप्रीम कोर्ट ने सबूतों की कमी बताई

पासपोर्ट रिश्वत मामले में दिवंगत क्लर्क बरी, सुप्रीम कोर्ट ने सबूतों की कमी बताई

14 Aug 2025 10:23 PM