Logo
Court Book - India Code App - Play Store

दिल्ली हाईकोर्ट में केंद्र का बयान: सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी रद्द करने के कारण बताना राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचा सकता है

19 May 2025 9:26 PM - By Shivam Y.

दिल्ली हाईकोर्ट में केंद्र का बयान: सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी रद्द करने के कारण बताना राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचा सकता है

केंद्र सरकार ने सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की याचिका का दिल्ली हाईकोर्ट में कड़ा विरोध किया है। तुर्की आधारित इस कंपनी ने नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) द्वारा उसकी सुरक्षा मंजूरी रद्द किए जाने के फैसले को चुनौती दी थी। कंपनी का कहना है कि यह फैसला बिना किसी कारण बताए और पूर्व सूचना के बिना लिया गया।

"कारण बताना राष्ट्रीय हित और संप्रभुता को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।"
— केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता

भारत सरकार की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल (SGI) तुषार मेहता ने न्यायमूर्ति सचिन दत्ता की अदालत में कहा कि यह कदम "राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में" उठाया गया है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे का कारण बताना देश की आंतरिक सुरक्षा और संप्रभुता के लिए खतरनाक हो सकता है।

Read also:- इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति प्रो. नायमा खातून की नियुक्ति को सही ठहराया

सेलेबी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने सरकार के इस फैसले को चुनौती दी और कहा कि कंपनी को अपनी बात रखने का कोई मौका नहीं दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि रद्दीकरण आदेश में कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया।

"ऐसा लगता है कि यह निर्णय तुर्की शेयरधारिता को लेकर बनी सार्वजनिक धारणा से प्रभावित है।"
— मुकुल रोहतगी, वरिष्ठ अधिवक्ता सेलेबी की ओर से

न्यायालय द्वारा यह पूछे जाने पर कि सुरक्षा मंजूरी किस कानूनी प्रावधान के तहत दी जाती है, रोहतगी ने एयरक्राफ्ट सुरक्षा नियमों के नियम 12 का उल्लेख किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को यह साबित करना होगा कि इतनी गंभीर आशंका थी कि नोटिस देना आवश्यक नहीं था।

Read Also:- राजस्थान हाईकोर्ट ने 2025 में 14 छात्रों की आत्महत्या पर जताई चिंता, कोचिंग संस्थानों को नियंत्रित करने के लिए कानून की मांग

अदालत ने मौखिक रूप से कहा कि ऐसे संवेदनशील मामलों में नोटिस देना उल्टा असर डाल सकता है और कंपनी ऐसा कुछ कर सकती है जो देश की सुरक्षा के लिए हानिकारक हो।

SGI मेहता ने आगे बताया कि सेलेबी के कर्मचारी एयरपोर्ट के बेहद संवेदनशील क्षेत्रों में कार्यरत हैं और उन्हें हर कोने तक पहुंच है, जिसमें विमान भी शामिल है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास इस बात के इनपुट थे कि मौजूदा हालात में इस कार्य को इस कंपनी के हाथ में छोड़ना खतरनाक हो सकता है।

"इनपुट्स से संकेत मिला कि मौजूदा परिस्थितियों में इस कार्य को कंपनी के हवाले करना जोखिम भरा होगा।"
— SGI तुषार मेहता

Read Also:- दिल्ली हाईकोर्ट ने किसान आंदोलन और दिल्ली दंगा मामलों में एलजी द्वारा चुने गए वकीलों की नियुक्ति के खिलाफ दिल्ली सरकार की याचिका को वापस लेने की अनुमति दी

सरकार ने अपने गोपनीय इनपुट कोर्ट को सीलबंद लिफाफे में सौंपे। मेहता ने कहा कि जब सरकार को स्पष्ट या संभावित खतरे का अंदेशा हो, तो नियम 12 के बजाय क्लॉज 9 लागू होता है। उन्होंने कहा कि कुछ दुर्लभ परिस्थितियों में कारण बताना भी राष्ट्रीय हित के लिए हानिकारक हो सकता है।

जब रोहतगी ने प्रोपोर्शनैलिटी (सांम्य सिद्धांत) लागू करने की बात कही, तो मेहता ने जवाब दिया:

"राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में प्रोपोर्शनैलिटी सिद्धांत लागू नहीं होता।"
— SGI तुषार मेहता

न्यायमूर्ति दत्ता ने मौखिक रूप से कहा कि ऐसे मामलों में सिद्धांत यही होना चाहिए कि "सावधानी में ही भलाई है"।

Read also:- ब्रेकिंग | संभल मस्जिद विवाद: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के सर्वे आदेश को सही ठहराया, कहा– हिंदू वादकारियों का मुकदमा 'अवरोधित नहीं'

मेहता ने अपने तर्क को इस वाक्य से समाप्त किया:

"दुश्मन को सफल होने के लिए एक बार की जरूरत होती है, लेकिन देश को हर बार सफल होना होता है।"

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, सेलेबी ने अपनी याचिका में कहा है कि सुरक्षा मंजूरी रद्द होने से 3,791 नौकरियों और निवेशकों के विश्वास पर असर पड़ेगा। कंपनी ने कहा कि यह फैसला बिना किसी पूर्व चेतावनी या स्पष्टीकरण के लिया गया।

Read also:- सुप्रीम कोर्ट ने जमशेदपुर को 'औद्योगिक नगर' घोषित करने वाली अधिसूचना को चुनौती देने वाली जनहित याचिका पर नोटिस जारी किया; नगर निगम की मांग

कंपनी ने यह भी कहा कि केवल "राष्ट्रीय सुरक्षा" का सामान्य उल्लेख करना और कोई ठोस कारण न देना कानूनन उचित नहीं है।

"आदेश में केवल 'राष्ट्रीय सुरक्षा' का अस्पष्ट उल्लेख है, कोई ठोस कारण या तर्क नहीं दिया गया है।"
— सेलेबी की याचिका

सेलेबी ने यह भी स्पष्ट किया कि भले ही कुछ शेयरधारक तुर्की के नागरिक हैं, लेकिन कंपनी का नियंत्रण उन कंपनियों के पास है जिनका तुर्की से कोई संबंध नहीं है।

अब इस मामले की अगली सुनवाई बुधवार को होगी।

Similar Posts

सख्त नियमों का कड़ाई से पालन, बाजार प्रभाव को नजरअंदाज करना भारत की वैश्विक विनिर्माण महत्वाकांक्षाओं को बाधित कर सकता है: सुप्रीम कोर्ट

सख्त नियमों का कड़ाई से पालन, बाजार प्रभाव को नजरअंदाज करना भारत की वैश्विक विनिर्माण महत्वाकांक्षाओं को बाधित कर सकता है: सुप्रीम कोर्ट

14 May 2025 3:37 PM
'गवाहों को अदालत में आरोपी की पहचान करनी होगी जब वे पहले से परिचित हों': सुप्रीम कोर्ट ने 2001 के हत्या मामले में सजा रद्द की

'गवाहों को अदालत में आरोपी की पहचान करनी होगी जब वे पहले से परिचित हों': सुप्रीम कोर्ट ने 2001 के हत्या मामले में सजा रद्द की

15 May 2025 4:46 PM
सुप्रीम कोर्ट ने जमशेदपुर को 'औद्योगिक नगर' घोषित करने वाली अधिसूचना को चुनौती देने वाली जनहित याचिका पर नोटिस जारी किया; नगर निगम की मांग

सुप्रीम कोर्ट ने जमशेदपुर को 'औद्योगिक नगर' घोषित करने वाली अधिसूचना को चुनौती देने वाली जनहित याचिका पर नोटिस जारी किया; नगर निगम की मांग

19 May 2025 5:23 PM
सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी मंत्री विजय शाह को कहा – कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी करते समय जिम्मेदारी से बोलें

सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी मंत्री विजय शाह को कहा – कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी करते समय जिम्मेदारी से बोलें

15 May 2025 3:51 PM
न्यायमूर्ति रविंद्र घुगे की अध्यक्षता में बॉम्बे हाईकोर्ट की नई पूर्ण पीठ मरेठा आरक्षण मामले की सुनवाई करेगी

न्यायमूर्ति रविंद्र घुगे की अध्यक्षता में बॉम्बे हाईकोर्ट की नई पूर्ण पीठ मरेठा आरक्षण मामले की सुनवाई करेगी

16 May 2025 12:46 PM
जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट: भूमि अधिग्रहण पुरस्कार में छूटे पेड़ों और इमारतों के लिए पूरक मुआवजा देने पर कोई रोक नहीं

जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट: भूमि अधिग्रहण पुरस्कार में छूटे पेड़ों और इमारतों के लिए पूरक मुआवजा देने पर कोई रोक नहीं

17 May 2025 11:02 PM
सुप्रीम कोर्ट ने बाले शाह पीर दरगाह विध्वंस पर लगाई रोक, यथास्थिति बनाए रखने का आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने बाले शाह पीर दरगाह विध्वंस पर लगाई रोक, यथास्थिति बनाए रखने का आदेश

19 May 2025 2:44 PM
सुप्रीम कोर्ट ने विशेष POCSO अदालतों की त्वरित स्थापना का निर्देश दिया; जांच और मुकदमों में समयबद्धता पर जोर

सुप्रीम कोर्ट ने विशेष POCSO अदालतों की त्वरित स्थापना का निर्देश दिया; जांच और मुकदमों में समयबद्धता पर जोर

17 May 2025 1:40 PM
त्रुटिपूर्ण जांच के कारण सुप्रीम कोर्ट ने तीन साल की बच्ची के बलात्कार-हत्या मामले में मौत की सजा पाए आरोपी को बरी किया

त्रुटिपूर्ण जांच के कारण सुप्रीम कोर्ट ने तीन साल की बच्ची के बलात्कार-हत्या मामले में मौत की सजा पाए आरोपी को बरी किया

19 May 2025 5:56 PM
जमानत याचिकाओं के त्वरित निपटारे के लिए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने एक घंटे पहले कार्यवाही शुरू करने के बार के अनुरोध को स्वीकार किया

जमानत याचिकाओं के त्वरित निपटारे के लिए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने एक घंटे पहले कार्यवाही शुरू करने के बार के अनुरोध को स्वीकार किया

17 May 2025 11:49 AM