Logo
Court Book - India Code App - Play Store

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पूछा – POCSO कोर्ट ने पीड़िता को अभियोजन गवाह के रूप में क्यों छोड़ा, कहा “उसका बयान मुकदमे के लिए महत्वपूर्ण”

3 May 2025 4:43 PM - By Vivek G.

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पूछा – POCSO कोर्ट ने पीड़िता को अभियोजन गवाह के रूप में क्यों छोड़ा, कहा “उसका बयान मुकदमे के लिए महत्वपूर्ण”

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने एक नाबालिग के साथ बलात्कार के मामले में विशेष POCSO कोर्ट द्वारा पीड़िता को अभियोजन गवाह के रूप में छोड़ने के निर्णय पर गंभीर चिंता जताई है। हाईकोर्ट ने इस कार्रवाई को असामान्य माना और ट्रायल कोर्ट से इस निर्णय के पीछे का कारण बताने को कहा है।

इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति अमरजोत भट्टी ने की, जिन्होंने यह कहकर हैरानी जताई कि पीड़िता का बयान अब तक दर्ज नहीं हुआ है, जबकि निष्पक्ष सुनवाई के लिए उसका बयान बेहद आवश्यक है।

Read Also:- इलाहाबाद हाईकोर्ट: ज़मानत पर रिहा आरोपी को शादी या सैर-सपाटे के लिए विदेश यात्रा का कोई अधिकार नहीं

“मुकदमे के उचित और अंतिम निपटारे के लिए पीड़िता का बयान दर्ज किया जाना आवश्यक है,”
— न्यायमूर्ति अमरजोत भट्टी

कोर्ट उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें याचिकाकर्ता विजय पर 2020 में 16 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार का आरोप लगाया गया है। आरोपी की ओर से पेश वकील ने दलील दी कि मामला झूठा है और आरोपी पिछले 4 साल 8 महीने से अधिक समय से हिरासत में है, जबकि ट्रायल में कोई विशेष प्रगति नहीं हुई है।

याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट का ध्यान 24 जुलाई 2024 के ज़िम्नी आदेश की ओर आकर्षित किया, जिसे करनाल की फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट, POCSO के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने पारित किया था। इस आदेश में उल्लेख था कि पीड़िता को अभियोजन गवाह के रूप में छोड़ दिया गया है। राज्य की ओर से पेश लोक अभियोजक का बयान भी कोर्ट में प्रस्तुत किया गया।

Read Also:- सुप्रीम कोर्ट: अग्रिम भुगतान की वापसी के लिए विशेष प्रार्थना आवश्यक, नहीं तो राहत नहीं मिल सकती – विशेष अनुतोष

हाईकोर्ट ने इस पर गंभीर चिंता जताई और अभियोजन के इस निर्णय पर स्पष्टीकरण मांगा।

“यह अजीब है कि पीड़िता को अभियोजन गवाह के रूप में लोक अभियोजक द्वारा छोड़ दिया गया है और यह तथ्य ज़िम्नी आदेश दिनांक 24.07.2024 में उल्लेखित है,”
— न्यायमूर्ति अमरजोत भट्टी

इसी के तहत कोर्ट ने संबंधित अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट (POCSO), करनाल को निर्देश दिया कि वे यह रिपोर्ट पेश करें कि किन तथ्यों और परिस्थितियों में पीड़िता को अभियोजन गवाह के रूप में छोड़ने का निर्णय लिया गया।

Read Also:- सुप्रीम कोर्ट ने अस्पष्ट सवालों को लेकर यूपीएसएसएससी को लेखपाल परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन करने

यह भी उल्लेखनीय है कि जनवरी 2025 में हुई एक पूर्व सुनवाई में हाईकोर्ट ने माना था कि घटना के समय पीड़िता की आयु 16 वर्ष से कम थी। कोर्ट ने कहा था कि यह गंभीर मामला है और इसकी त्वरित सुनवाई जरूरी है। कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट को निर्देश दिया था कि वह अभियोजन साक्ष्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करे।

अब यह मामला आगे की सुनवाई के लिए 27 मई 2025 को सूचीबद्ध किया गया है।

यह न्यायिक टिप्पणी POCSO अधिनियम के तहत मामलों में पीड़िता की गवाही के महत्व को रेखांकित करती है, खासकर तब जब आरोपी लंबे समय से जेल में हो। हाईकोर्ट का यह हस्तक्षेप यह संकेत देता है कि आपराधिक न्याय प्रणाली में निष्पक्ष सुनवाई और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए अदालतें गंभीर हैं।

श्री राहुल सिंह, याचिकाकर्ता के वकील।

सुश्री अदिति गिरधर, एएजी, हरियाणा।

शीर्षक: विजय बनाम हरियाणा राज्य

Similar Posts

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पहलगाम आतंकी हमले पर रॉबर्ट वाड्रा की टिप्पणी की एसआईटी जांच की मांग वाली जनहित याचिका खारिज की

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पहलगाम आतंकी हमले पर रॉबर्ट वाड्रा की टिप्पणी की एसआईटी जांच की मांग वाली जनहित याचिका खारिज की

2 May 2025 1:58 PM
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा - पाकिस्तान भेजे जा रहे परिवार की नागरिकता की जांच करें

पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा - पाकिस्तान भेजे जा रहे परिवार की नागरिकता की जांच करें

2 May 2025 1:24 PM
पेंशन लाभ 2014 से पहले संयुक्त विकल्प न चुनने पर नहीं रोके जा सकते: पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट

पेंशन लाभ 2014 से पहले संयुक्त विकल्प न चुनने पर नहीं रोके जा सकते: पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट

3 May 2025 11:53 AM
सुप्रीम कोर्ट: अगर कानून अपने उद्देश्य पूरे नहीं कर रहा तो न्यायपालिका कार्यपालिका को समीक्षा और ऑडिट का निर्देश दे सकती है

सुप्रीम कोर्ट: अगर कानून अपने उद्देश्य पूरे नहीं कर रहा तो न्यायपालिका कार्यपालिका को समीक्षा और ऑडिट का निर्देश दे सकती है

3 May 2025 12:33 PM
सुप्रीम कोर्ट का 2021 का फैसला: SECC 2011 की जाति संबंधी जानकारी सार्वजनिक क्यों नहीं की गई

सुप्रीम कोर्ट का 2021 का फैसला: SECC 2011 की जाति संबंधी जानकारी सार्वजनिक क्यों नहीं की गई

1 May 2025 10:21 PM
मोटर दुर्घटना मुआवजा | बेरोजगार पति को मृत पत्नी की आय पर आंशिक रूप से निर्भर माना जा सकता है : सुप्रीम कोर्ट

मोटर दुर्घटना मुआवजा | बेरोजगार पति को मृत पत्नी की आय पर आंशिक रूप से निर्भर माना जा सकता है : सुप्रीम कोर्ट

1 May 2025 2:11 PM
सुप्रीम कोर्ट: केवल दीवानी वाद दायर करना FIR रद्द करने का आधार नहीं

सुप्रीम कोर्ट: केवल दीवानी वाद दायर करना FIR रद्द करने का आधार नहीं

30 Apr 2025 3:46 PM
JEE Main दोबारा परीक्षा से इनकार: ट्रैफिक जाम की वजह से लेट होने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने याचिका खारिज की

JEE Main दोबारा परीक्षा से इनकार: ट्रैफिक जाम की वजह से लेट होने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने याचिका खारिज की

30 Apr 2025 4:16 PM
एक बार MOV-04 में माल का सत्यापन हो जाए, तो विभाग बाद में अपना रुख नहीं बदल सकता: इलाहाबाद हाईकोर्ट

एक बार MOV-04 में माल का सत्यापन हो जाए, तो विभाग बाद में अपना रुख नहीं बदल सकता: इलाहाबाद हाईकोर्ट

30 Apr 2025 4:39 PM
सिर्फ 'नपुंसक' जैसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल आत्महत्या के लिए उकसाने के अपराध में नहीं आता: सुप्रीम कोर्ट

सिर्फ 'नपुंसक' जैसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल आत्महत्या के लिए उकसाने के अपराध में नहीं आता: सुप्रीम कोर्ट

1 May 2025 2:38 PM